बिग फ़ैसला: गर्भवती सौतेली बहन, 3वर्षीय बच्ची, पिता और सौतेली माँ के हत्यारे को हुई फांसी की सज़ा, जानिए क्या था पूरा मामला। इस हत्याकांड से दहल गया था हर किसी का दिल।

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फ़ाइल फोटो: हत्यारा हरमीत सिंह (साभार:अमर उजाला)

देहरादून (Report : Big News Today Bureau)

वर्ष 2014 को दिवाली की रात को गर्भवती सौतेली बहन , तीन साल की बच्ची सहित परिवार के चार सदस्यों को बेरहमी से हत्याकर मौत के घाट उतारने वाले हत्यारे को फांसी की सज़ा सुनाई गई है। अपर जिला जज पंचम आशुतोष मिश्रा की कोर्ट ने आरोपी हरमीत को दोषी करार दिया था। आज मंगलवार को हत्यारे को फांसी की सुना सुनाई गई है।

करीब सात वर्ष पहले हुए इस हत्याकांड से लोगों का दिल दहल गया था। अपने पिता, सौतेली मां, गर्भवती सौतेली बहन और सौतेली बहन की तीन साल की बेटी की हत्या की वारदात को अंजाम सात साल पहले 23-24 अक्तूबर 2014 को दिया गया था। कैंट थाना क्षेत्र के आदर्श नगर में होर्डिंग कारोबारी जय सिंह, उनकी पत्नी कुलवंत कौर, बेटी हरजीत कौर, तीन साल की नातिन सुखमणि और नाती पांच साल का कंवलजीत सिंह और जय‌ सिंह की पहली पत्नी का बेटा हरमीत रहते थे। दीवाली की रात जहां चारों तरफ आतिशबाजी की आवाज गुंज रही थी वहीं, जय सिंह के घर में एक के बाद एक हमला कर हत्या की जा रही थी। घटना का अगले दिन उस समय पता चला जब नौकरानी पहुंची। देखा गया कि घर के अंदर हर तरफ खून ही खून पड़ा था। हरजीत कौर, सुखमणि, जय सिंह और कुलवंत कौर के खून से लथपथ शव पड़े थे। हाथ में चाकू लिए हरमीत खड़ा था, पांच साल का कंवलजीत उसके पास सहमा हुआ खड़ा था। नौकरानी चिल्लाई तो आस पास के लोग आ गए। जय सिंह के भाई अजीत सिंह की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। हरमीत को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया गया। बताया गया कि मुकदमे में कुल 21 लोगों की गवाही हुई। हरमीत सिंह धारा 302 (हत्या), धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 316 (गर्भस्थ शिशु की हत्या करना) का दोषी साबित हुआ था। इसपर कोर्ट ने मंगलवार को आज फांसी की सज़ा सुनाई है।

संपत्ति के लिए किया था कत्ल

हरमीत सिंह ने इस परिवार के इस जघन्य हत्याकांड को संपत्ति कब्जाने के लिए अंजाम दिया था, यह बात कोर्ट में साबित हो गई। हरमीत ने हत्याकांड के बाद खुद को दिमागी रूप से बीमार बताने की भी कोशिश की थी, लेकिन चिकित्सकों की जांच में उसका यह दावा गलत साबित हुआ।