Dehradun Club Ltd. के फैसले पर न्यायालय ने लगाई रोक : मेम्बर श्रवण ओबेरॉय मामला

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क्लब सदस्यता समाप्ति पर न्यायालय का स्टे ऑर्डर, मामला जाएगा आर्बिट्रेशन में

श्रवण कुमार ओबरॉय को क्लब प्रबंधन के विरुद्ध न्यायिक संघर्ष में मिली जीत : एडवोकेट मयंक दत्ता 

रिपोर्ट: एम. फहीम ‘तन्हा’ | देहरादून | 26 जुलाई 2025

राजधानी देहरादून के प्रतिष्ठित Dehradun Club Ltd. द्वारा माह अक्टूबर, 2018 में एक सदस्य की सदस्यता को विवादास्पद तौर पर नियमों का हवाला देकर मनमाने तरीके से समाप्त किए जाने के मामले में हाल ही में अपर जिला न्यायाधीश (वाणिज्यिक) न्यायालय ने महत्त्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए क्लब की कार्रवाई पर अंतरिम रोक (स्टे ऑर्डर) लगा दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ‘देहरादून क्लब’ द्वारा मेंबर श्रवण कुमार ओबरॉय पुत्र अमरीश ओबरॉय (सदस्य संख्या 1968) की क्लब सदस्यता को अक्टूबर 2018 में केवल रु.4,000/- के कथित बकाया शुल्क के आधार पर समाप्त कर दिया गया था। सदस्यता समाप्ति की कोई लिखित सूचना नहीं दी गई, न ही उन्हें कोई औपचारिक प्रक्रिया का अवसर मिला। इसके बाद से क्लब में उनका प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया।

वादी पक्ष के अनुसार, सदस्यता समाप्त करने के बाद के वर्षों में क्लब प्रबंधन द्वारा समय-समय पर उन्हें पुनः प्रवेश के लिए शुल्क के रूप में एक लाख रुपये जमा करने की बात कहकर मामला लटकता रहा।

इस अन्याय के विरुद्ध श्रवण कुमार पुत्र अमरीश ओबरॉय ने 24 जून 2023 को अपर जिला न्यायाधीश (वाणिज्यिक), देहरादून की अदालत में याचिका दायर की थी। याचिका Arbitration and Conciliation Act, 1996 की धारा 9 के तहत दाखिल की गई थी, जिसमें क्लब द्वारा की गई टर्मिनेशन प्रक्रिया को न केवल अवैध बताया गया। श्रवण कुमार ने ‘देहरादून क्लब’ की तरफ से की गई इस कार्रवाई को अपनी सामाजिक छवि और सम्मान को धूमिल करने और ठेस पहुंचाने वाला बताया।

14 जुलाई 2025 को मामले की अंतिम सुनवाई हुई, जिसके पश्चात 19 जुलाई 2025 को माननीय न्यायालय ने क्लब की टर्मिनेशन कार्रवाई पर अंतरिम रोक लगा दीI

श्रवण कुमार ओबरॉय की ओर से इस मामले में एडवोकेट मयंक दत्ता एवं एडवोकेट भावेश चंदनानी की टीम ने कोर्ट में पैरवी की। अधिवक्ता काव्या महर्षि ने बताया है कि उन्होंने न्यायालय के आदेश की प्रति क्लब प्रबंधन को भेजते हुए अनुरोध किया है कि वे आदेश का पालन करें और उनकी सदस्यता को तत्काल प्रभाव से पुनः सक्रिय करें।

उठते सवाल, नियमों का कितना पालन:
यह मामला Dehradun Club Ltd. जैसे प्रतिष्ठित संस्था द्वारा नियमों की दुहाई देते हुए खुद ही नियम व प्रक्रिया की अनदेखी करने जैसे सवाल भी खड़े कर रहा है I देखना अब शेष है कि श्रवण कुमार ओबेरॉय की सदस्यता के इस मामले में क्लब प्रबंधन न्यायालय के निर्देशों का कितना सम्मान करता है।

क्या है Dehradun Club Ltd. प्रबंधन का पक्षः

इस सारे मामले में देहरादून क्लब प्रबंधन का पक्ष जानने के लिए हमने कोशिश की। जिसके लिए हमने देहरादून क्लब लि. के अध्यक्ष मनोज सूरी को फोन किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। क्लब प्रबंधन की तरफ से पक्ष प्राप्त होते ही यहां अपडेट कर दिया जाएगा।

Featured Image @Courtesy : साभार dehradunclub.com