📰 हरिद्वार में भक्ति, सेवा और सुरक्षा का संगम: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ियों के पांव धोकर किया स्वागत
हरिद्वार | BIG NEWS TODAY :
श्रावण मास में आस्था का महापर्व कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है और इस दौरान उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में शिवभक्तों की श्रद्धा के साथ प्रशासनिक सेवा का दुर्लभ समन्वय देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओम पुल स्थित गंगा घाट पर कांवड़ियों के पांव धोकर (प्रक्षालन) उनका स्वागत किया और शिवभक्तों को सम्मानित किया।

🌺 हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा, भजन संध्या में शामिल हुए मुख्यमंत्री
हरिद्वार में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर से शिवभक्त कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री धामी ने शिवभक्तों का चरण प्रक्षालन (चरण धोना) भी किया। साथ ही गंगा घाट पर आयोजित भजन संध्या में भाग लेकर भक्ति का भाव भी साझा किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे देशभर से आए शिवभक्तों का चरण प्रक्षालन करने का अवसर प्राप्त हुआ। भगवान शिव के भक्तों की सेवा अपने आप में सबसे बड़ा पुण्य है।”

🕉️ 251 फीट ऊंचे भगवा ध्वज की घोषणा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गंगा सभा और भारतीय नदी परिषद द्वारा आयोजित समारोह में ऐलान किया कि गंगा तट पर 251 फीट ऊंचा भगवा ध्वज स्थापित किया जाएगा, जो विश्व का सबसे ऊंचा भगवा ध्वज होगा।
🚨 सेवा और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
मुख्यमंत्री ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार ने व्यापक प्रबंध किए हैं:
- मोबाइल ऐप के माध्यम से यात्रा मार्ग की निगरानी
- CCTV और ड्रोन कैमरों से सुरक्षा
- 300+ निगरानी कैमरे
- वाटर एंबुलेंस की सुविधा
- शौचालय, पार्किंग, टिन शेड, स्वास्थ्य केंद्र, विश्राम स्थल
- गुणवत्तापूर्ण भोजन की मॉनिटरिंग
उन्होंने कहा कि “यह केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति और सेवा भाव का उत्सव है।”

⚠️ अनुशासन और भक्ति का संदेश
मुख्यमंत्री ने हाल में यात्रा के दौरान हुई कुछ उपद्रव घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि शिवभक्ति प्रदर्शन नहीं, आंतरिक साधना है। उन्होंने अपील की कि “सभी श्रद्धालु यात्रा में संयम, विनम्रता और अनुशासन बनाए रखें, ताकि किसी को असुविधा न हो और यह भक्ति यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो।”

संस्कृति संरक्षण से विकास तक: धामी की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में तीर्थ स्थलों का पुनरोद्धार हो रहा है। चाहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हो, अयोध्या का राम मंदिर, महाकाल लोक, या उत्तराखंड में केदारनाथ-बद्रीनाथ मास्टर प्लान — हर ओर संस्कृति के पुनरुत्थान की बयार है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार भी इसी दिशा में कार्य कर रही है:
- धर्मांतरण विरोधी कानून
- दंगा विरोधी कानून
- समान नागरिक संहिता
- ऑपरेशन कालनेमि (छद्म वेशधारियों के विरुद्ध कार्रवाई)
- श्रीमद्भागवत गीता को स्कूलों में अनिवार्य करना

📈 उत्तराखंड: विकास और अध्यात्म की संगम भूमि
मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट में उत्तराखंड सतत विकास लक्ष्यों में देशभर में पहले स्थान पर रहा है। बेरोजगारी दर भी राष्ट्रीय औसत से कम हुई है। उन्होंने बताया कि नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद 24,000 से अधिक नौकरियां पारदर्शिता से दी गई हैं।
🙏 ‘जहां शिव हैं, वहां शांति भी है’
मुख्यमंत्री धामी ने अंत में कहा कि देवभूमि उत्तराखंड शिवभक्तों की सेवा को सौभाग्य मानती है। शासन, प्रशासन, स्वयंसेवी संगठन, व्यापारी, सफाईकर्मी, डॉक्टर और संतजन सभी एकजुट होकर इस पवित्र यात्रा को सफल बनाने में लगे हैं।

📸 उपस्थित गणमान्य:
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, विधायक प्रदीप बत्रा, मदन कौशिक, प्रणव सिंह चैंपियन, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, आईजी राजीव स्वरूप, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल, श्रीगंगा सभा पदाधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
🔔 उत्तराखंड की यह आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना, सेवा और अनुशासन के माध्यम से देश को शिवभक्ति की एक नई प्रेरणा दे रही है।

