देहरादून। BIG NEWS TODAY : राज्य में नगर निगमों सहित स्थानीय निकायों के लिए चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां होने लगी हैं। देहरादून नगर निगम में सिटिंग मेयर बीजेपी के हैं, कांग्रेस पिछले कई बार से सत्ता बदलने की कोशिश कर चुकी है लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। इस बार कांग्रेस से कई नेताओं ने मेयर के चुनावों को लड़ने के लिए दावेदारी की तैयारी शुरु कर दी है। कांग्रेस प्रदेश मीडिया कोर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन राजीव महर्षि ने तो बाकायदा प्रदेश प्रभारी तक अपनी मेयर का चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त करते हुए टिकट की मांग कर दी है।

हालांकि अभी पार्टी संगठन में सिस्टम के तहत औपचारिक तौर पर दावेदारी आने वाले दिनों में की जाएगी, लेकिन महर्षि ने केंद्रीय स्तर पर अपनी बिसात बिछाना शुरू कर दी है। वे इस बार देहरादून नगर निगम के मेयर पद का चुनाव लड़ने के लिए शिद्दत से लगे हुए हैं। उन्होने वार्डों में अपने समर्थकों से संपर्क भी साधना शुरु कर दिया है। जिन वार्डों में बीजेपी के पार्षद हैं उनमें वे हारे हुए कांग्रेसी पार्षद प्रत्याशियों से संपर्क साध रहे हैं। महर्षि का कहना है कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है और चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी करने का सबका हक होता है, उसी के तहत पार्टी में दावेदारी की गई है। चुनाव भी दमदार तरीके से लड़कर मेयर पद पर जीत हासिल की जाएगी।
देखिए कांग्रेस पार्टी ने जब भी मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसको मैंने बहुत जिम्मेदारी और जवाबदेही के साथ निभाया है। देहरादून नगर निगम क्षेत्र में पिछले वर्षों से बीजेपी का बोर्ड काम कर रहा है, लेकिन मैं जनता के बीच जा रहा हूँ तो पता चल रहा है कि शहर की हालत खराब है। मैंने मेयर चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी को अपनी इच्छा से अवगत कराया है, जो पार्टी का आदेश होगा उस हिसाब से काम किया जाएगा।":- राजीव महर्षि, चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर, कांग्रेस
इस बार राजीव महर्षि के चुनाव लड़ने की दावेदारी और तैयारी को लेकर कांग्रेस में चर्चाएं होने लगी हैं, क्या इस बार कांग्रेस राजीव महर्षि पर दांव खेलेगी या अन्य किसी को ही प्रत्याशी घोषित करेगी। हालांकि पिछली बार चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का भी माना जा रहा है कि वे मेयर का चुनाव के लिए दावेदारी पेश करेंगे। इनके अलावा पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा के नाम की भी चर्चा हो रही है। बहरहाल, अभी चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ने में कुछ समय है और तब देखना होगा कि कांग्रेस किस नेता पर दांव खेलती है।