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जल संस्थान संविदा कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर : पेयजल संकट गहरा सकता है

Dehradun Delhi Pauri Garhwal Uttarakhand


Big News Today जल संस्थान के संविदा कर्मचारी समान कार्य समान वेतन सहित आठ माह से वेतन को लेकर सोमवार से कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। सोमवार से श्रीनगर गढ़वाल में पेयजल का संकट गहरा सकता है। समान कार्य समान वेतन सहित आठ माह से वेतन और साप्ताहिक अवकाश का भुगतान न होने पर संविदा श्रमिक संघ (सीटू) कैबिनेट तले उत्तराखंड जल संस्थान के संविदा श्रमिक संघ का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि यदि देर सायं तक मांगों पर सकारात्मक आश्वासन नहीं दिया जाता है तो कल से कार्य बहिष्कार करने के लिए बाध्य होंगे।

श्रमिक संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन खत्री ने कहा कि यदि तीन सूत्रियां मांगोंपर जल्द से कार्यवाही नहीं होती है तो पूरे शहर की पेयजल आपूर्ति पूर्ण रूप सेठप कर दी जायेगी। कहा कि आठ माह से वेतन न मिलने पर संविदा कर्मचारियों कोआर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन उसके बावजूद भीकोई अधिकारी कर्मयारियों की समस्याओं की सुध लेने को तैयार नहीं है। रविवार को धरने में बैठे संविदा कर्मियों को राज्य आंदोलनकारी प्रेम दत्त नौटियाल ने अपना समर्थन दिया। कहा कि जल संस्थान के अधिकारियों के द्वारा धरने के बैठे संविदा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी देना यह कर्मचारियों के साथ अन्याय है। कहा कि इस तरह व्यवहार को किसी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

वहीं जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एके राय ने कहा कि मंगलवार को कर्मचारियों की मांगों को लेकर बैठक बुलाई गयी है। कहा कि संविदा में तैनात कर्मचारी वेतन संबंधी मामले में विभाग से कोई लेना देना नहीं। यह ठेकेदारी प्रथा के अंडर लगाये गये है। वेतन को लेकर विभाग इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर सकता है। कहा कि समान वेतन समान कार्य ठेकेदारी प्रथा के तहत लगे कर्मचारियों में लागू नहीं किया जाता है। अधिशासी अभियंता एके राय ने कहा कि यदि पेयजल आपूर्ति ठप की जाती है तो उसके लिए व्यवस्था बनाई जायेगी। इस मौके पर रविंद्र सिंह रावत, सुरेश नौटियाल,मोहनी भट्ट, कृष्ण गीता, मोहन लाल, विनोद पटवाल, राकेश भट्ट सहित आदि मौजूद थे।