डी.ए.वी (पीजी) कॉलेज, देहरादून में एन.एस.एस. और रेड रिबन क्लब ने उत्तराखंड एड्स नियंत्रण समिति की मोबाइल वैन का किया आयोजन

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देहरादून Big News Today

डी.ए.वी (पीजी) कॉलेज, देहरादून में एन.एस.एस. और रेड रिबन क्लब की गतिविधियों के अंतर्गत उत्तराखंड एड्स नियंत्रण समिति की मोबाइल वैन का आगमन हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय में एन.एस.एस. के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ.राकेश लाल शाह एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रुपाली बहल, डॉ. पूनम शर्मा, एवं डॉ. सविता चौनियाल ने किया। मोबाइल वैन की 5 सदस्यों की टीम का नेतृत्व सूचना संप्रेषण अधिकारी वीर सिंह ने किया उन्होंने विद्यार्थियों कोे HIV/एड्स जैसी लाइलाज बीमारी के बारे में विस्तार से बताया साथ ही एड्स वायरस के इतिहास से भी अवगत कराया। उन्होंने सभी स्वयंसेवियों को जानकारी दी कि यह वायरस संक्रमित सुई से, असुरक्षित यौन संबंध से, संक्रमित व्यक्ति के रक्त के माध्यम से एवं संक्रमित गर्भवती मां से बच्चे में फैलता है, जिसे जागरूकता से ही रोका जा सकता है क्योंकि अभी तक एचआईवी संक्रमण का कोई इलाज नहीं है इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को इससे बचाव के नियमों को पालन में लाते रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सही जानकारी ही इसके रोकथाम का एकमात्र उपाय है।



इस कार्यक्रम में pledge to spread awareness के अंतर्गत हस्ताक्षर अभियान से प्रतिभागियों ने शपथ ली कि वह हर दिवस पांच व्यक्तियों को HIV/एड्स और टीवी जैसे रोगों के कारणों से अवगत करायेंगे और इस बीमारी की रोकथाम कैसे हो इसकी जानकारी लोगों को देंगे।

इस अवसर पर टीम के टेक्नीशियन सिद्धार्थ एवं काउंसलर अजय ने एन.एस.एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ रुपाली बहल एवं 26 विद्यार्थियों की स्वेच्छा से HIV जांच की जो कि सभी HIV नेगेटिव पाये गये।

इसप्रकार के कार्यक्रमों और जांच शिविरों से जागरूकता बढ़ेगी और देश को 2030 तक एचआईवी एड्स मुक्त करने में मदद मिलेगी। इस अभियान के तहत महाविद्यालय में पुस्तकें और पर्चे बांटे गए और पोस्टर भी लगाए गए।

इस कार्यक्रम के उद्देश्य की प्राचार्य डॉ अजय सक्सेना ने सराहना की। मुख्य नियंता डॉ. अतुल सिंह एवं डॉ अर्चना पाल का सहयोग सराहनीय रहा है।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वयंसेवी दीपक शर्मा, आदित्य त्रिपाठी, मीनाक्षी, आयशा, नीरज, शिवानी, कुसुम, वैशाली, स्मृधी, निकिता, श्वेता, मो. जहिद आदि विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर के प्रतिभाग किया है।